जैव-सांख्यिकी और महामारी विज्ञान विभाग को पहले गणितीय जनसांख्यिकी और सांख्यिकी विभाग के रूप में जाना जाता था। इस विभाग के संकाय सदस्य शिक्षण और शोध में शामिल हैं। वर्तमान में, संकाय द्वारा स्नातकोत्तर स्तर पर पढ़ाए जाने वाले मुख्य क्षेत्र जैव सांख्यिकी और महामारी विज्ञान, जनसंख्या एवं स्वास्थ्य विज्ञान में सांख्यिकीय तकनीक, नैदानिक परीक्षण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और मृत्यु दर, अनुसंधान पद्धति हैं। संकाय सदस्य शोध में सांख्यिकीय अनुमान, सर्वेक्षण अनुसंधान, नमूनाकरण, अनुसंधान डिजाइन, प्रभाव मूल्यांकन, अनुदैर्ध्य डेटा, भू-स्थानिक विश्लेषण और स्वास्थ्य अनुप्रयोगों के लिए नई पद्धति की खोज के क्षेत्र में शामिल हैं। हमारा शोध कार्य और डेटा, शिक्षा जगत में काम कर रहे सरकारी तथा गैर-सरकारी संगठनों में जनसंख्या एवं स्वास्थ्य वैज्ञानिक और पेशेवर, को माप, अनुमान एवं प्रक्षेपण के बारे में जानने में सक्षम बनाता है।